भारतीय गृहमंत्री अमित शाह ने हाल ही में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा कि PoK का हर नागरिक भारतीय है, चाहे वह हिंदू हो या मुस्लिम। शाह ने यह भी बताया कि नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (CAA) 2019 का उद्देश्य पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के प्रताड़ित अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता प्रदान करना है।
उन्होंने इस बात का भी उल्लेख किया कि विभाजन के समय भारतीय नेताओं ने वादा किया था कि पाकिस्तान से आए अल्पसंख्यकों का भारत में स्वागत किया जाएगा। शाह ने यह भी कहा कि CAA का विरोध करने वाले और इसे धर्म पर आधारित बताने वाले वही लोग हैं जो मुस्लिम पर्सनल लॉ जैसे कानूनों का समर्थन करते हैं।
इस बयान के साथ, अमित शाह ने भारत की नीति को स्पष्ट किया है कि PoK भारत का हिस्सा है और वहां के नागरिकों को भी भारतीय माना जाता है। यह बयान भारत-पाकिस्तान संबंधों में एक नए अध्याय की शुरुआत कर सकता है और इस क्षेत्र में भविष्य की नीतियों पर प्रभाव डाल सकता है।