लद्दाख में आजकल राजनीतिक माहौल काफी गरम है। लद्दाख के लोगों की समस्याओं को लेकर सरकार पर दबाव बनाने के लिए प्रसिद्ध शिक्षाविद् और सामाजिक कार्यकर्ता Sonam Wangchuk ने अनशन शुरू कर दिया है। Wangchuk 14 मार्च से अनशन पर हैं और उनकी मांग है कि केंद्र सरकार लद्दाख के लोगों को 6वीं अनुसूची का दर्जा दे।
6वीं अनुसूची आदिवासी क्षेत्रों को विशेष दर्जा देती है और उन्हें अपनी संस्कृति और परंपराओं को बनाए रखने का अधिकार देती है। लद्दाख के लोग लंबे समय से यह मांग कर रहे हैं कि उन्हें 6वीं अनुसूची का दर्जा दिया जाए ताकि वे अपनी संस्कृति और परंपराओं को बचा सकें।
Wangchuk का अनशन लद्दाख में एक बड़ा मुद्दा बन गया है। लद्दाख के सभी राजनीतिक दल Wangchuk का समर्थन कर रहे हैं। विपक्षी दल सरकार पर आरोप लगा रहे हैं कि वह लद्दाख के लोगों की समस्याओं की अनदेखी कर रही है।
सरकार ने Wangchuk से अनशन खत्म करने की अपील की है। सरकार ने कहा है कि वह लद्दाख के लोगों की समस्याओं का समाधान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
Sonam Wangchuk का अनशन क्यों महत्वपूर्ण है?
#SAVELADAKH #SAVEHIMALAYAS
— Sonam Wangchuk (@Wangchuk66) March 6, 2024
Sonam Wangchuk appeals to the world to live simply,
starts #ClimateFast of 21 days (extendable till death)
Please watch full video in English here:https://t.co/XHkcIdQQ7b#ILiveSimply #MissionLiFE #ClimateActionNow pic.twitter.com/KQi5EMro9X
Wangchuk का अनशन लद्दाख के लोगों की समस्याओं को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित करने में सफल रहा है। Wangchuk के अनशन के कारण सरकार लद्दाख के लोगों की समस्याओं को लेकर दबाव में है।
लद्दाख के लोगों की क्या मांगें हैं?
लद्दाख के लोगों की मुख्य मांगें हैं:
- लद्दाख को 6वीं अनुसूची का दर्जा दिया जाए
- लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया जाए
- लद्दाख में विधानसभा की स्थापना की जाए
- लद्दाख में बाहरी लोगों को जमीन खरीदने का अधिकार नहीं दिया जाए
सरकार लद्दाख के लोगों की मांगों को लेकर क्या रुख अपना रही है?
सरकार ने लद्दाख के लोगों की मांगों को लेकर अभी तक कोई ठोस रुख नहीं अपनाया है। सरकार ने कहा है कि वह लद्दाख के लोगों की समस्याओं का समाधान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
लद्दाख में राजनीतिक स्थिति
लद्दाख में राजनीतिक स्थिति काफी अस्थिर है। लद्दाख के लोग सरकार से नाराज हैं। लद्दाख के लोग सरकार से अपनी मांगों को पूरा करने की मांग कर रहे हैं।
यह देखना बाकी है कि सरकार लद्दाख के लोगों की मांगों को पूरा करने के लिए क्या कदम उठाती है।